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सेठ ने पूछा – “ ककड़ी तो बहुत कड़वी थी । भला तुम ऐसे कैसे खा गये ?” सेठ ने पूछा – “ ककड़ी तो बहुत कड़वी थी । भला तुम ऐसे कैसे खा गये ?”
इससे पहले मैं कुछ कहता अरे ये तो मास्टर साहब का स्कूटर ह । भंगार वाला बोल पड़ा। इससे पहले मैं कुछ कहता अरे ये तो मास्टर साहब का स्कूटर ह । भंगार वाला बोल पड़ा।
उसने देखा कि वह कक्ष भी चाँदी की धवल आभा से शोभायमान था। उसने देखा कि वह कक्ष भी चाँदी की धवल आभा से शोभायमान था।
नौकर को चेतावनी दी, हमारी तीन माह के बाद वापसी होगी नौकर को चेतावनी दी, हमारी तीन माह के बाद वापसी होगी
अपनी बहू के ससुराल को ही अपना पीहर बनाकर समाज में उनका कद बहुत ऊंचा उठ चूका था। अपनी बहू के ससुराल को ही अपना पीहर बनाकर समाज में उनका कद बहुत ऊंचा उठ चूका था।
तुम दूसरों के जीवन में ताकने- झांकने का काम किया। तुम दूसरों के जीवन में ताकने- झांकने का काम किया।