मैं खुश हूँ कि मेरी बेटी ने इस सामाजिक बंदिश को तोड़ा है। दोनो की शादी धूमधाम से हुई। मैं खुश हूँ कि मेरी बेटी ने इस सामाजिक बंदिश को तोड़ा है। दोनो की शादी धूमधाम से ...
“हमें तो यकीन ही नहीं हो रहा है कि अपने मोहल्ले में भी ऐसा कोई निकलेगा। सच किसी पर भरोस “हमें तो यकीन ही नहीं हो रहा है कि अपने मोहल्ले में भी ऐसा कोई निकलेगा। सच किसी ...
मन में यही ख्याल आया "उफ़ कैसी है ये ज़िन्दगी " पीने को पानी तक नहीं है इनके पास ।हमार मन में यही ख्याल आया "उफ़ कैसी है ये ज़िन्दगी " पीने को पानी तक नहीं है इनके पास...
सुबह से ही मेहमानों का तांता लगा था, गोद भराई थी कुसुम की, नौकरी के लिए प्रयासरत थी ,क सुबह से ही मेहमानों का तांता लगा था, गोद भराई थी कुसुम की, नौकरी के लिए प्रयासरत...