मेरे उपन्यास का युवा नायक- नीलांबर ! मेरे उपन्यास का युवा नायक- नीलांबर !
कितनी बार आपको कहा है, अखबार पढ़कर सलीके से मेज पर रख दिया कीजिये। कितनी बार आपको कहा है, अखबार पढ़कर सलीके से मेज पर रख दिया कीजिये।
भई,हम ठहरे ,आज के अखबार। भई,हम ठहरे ,आज के अखबार।
लाजो जी की हालत खस्ता कचौरी जैसी हो गई। लाजो जी की हालत खस्ता कचौरी जैसी हो गई।