मेरी दादी की कहानी

मेरी दादी की कहानी

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मेरी दादी हमेशा सुनहरे बालों वाली राजकुमारी की कहानी सुनाया करती थीं , जो आज मैं आप को सुनाने जा रही हूँ ।

 एक राजा था, उसकी एक ही बेटी थी ,जिसके बाल सुनहरे थे । राजकुमारी बहुत ही सुन्दर भी थी, और उपर से बाल सुनहरे ...अद्भुत थे , इसलिए राजा राजकुमारी को महल से बाहर कम ही जाने देता था । एक दिन राजकुमारी अपनी सहेलियों के साथ उद्यान मे क्रीडा़ करने जाती है , राजकुमारी और उसकी सहेलियाँ क्रीड़ा करते-करते कुछ दूर निकल जाती हैं । काफी दूर निकल जाने पर उन्हे भूख-प्यास लगती है, तो एक नदी पर पानी पीने लगती है , ऊसी नदी के दूसरे किनारे पर एक राजकुमार भी पानी पी रहा होता है और वो पानी में सुनहरे बालो वाली राजकुमारी की परछाईं को देख लेता है । और फिर वो अपने महल मे जब जाता है तो ना किसी से कोई बात करता है और ना ही उसे कुछ अच्छा लगता है ,वो तो बस उस सुनहरे बालो वाली के बारे में ही सोचता रहता है । राजकुमार का पिता (राजा) बहुत उपाय करता है उसे खुश रखने के ,लेकिन वो फिल भी उदास रहता है , और वो पिता को बताता है कि उसकी खुशी बस उस सुनहरे बालो वाली लड़की से ही है, वो कौन है , कँहा है , वो नहीं जानता, बस उसे ही ढूँढ कर लाया जाए । तब वो राजा हर नगर -शहर में सुनहरे बालों वाली लड़की को ढूँढने के लिए खोज-बीन शुरू करते हैं , लेकिन उन्हें पता चलता है कि उसे तो कोई राक्षस उठा ले गया है और उसके पिता भी इस लिए बहुत परेशान हैं कि उनकी सेना कमजो़र है और वो राक्षस का मुकाबला नहीं कर सकते । तब राजकुमार के पिता उस राजा के पास सन्देश भिजवाते हैं कि वो उनकी राजकुमारी को राक्षस से मुक्त कराने मे मदद करेंगे, और फिर दोनो राजाओं की सेना मिल कर राक्षस को मार गिराते हैं और राजकुमारी को उससे मुक्त कराते हैं और फिर उनकी  शादी करवा देते है ,और फिर सब हँसी-खुशी रहने लगते हैं । 


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