एक मार्मिक लघु-कथा, जिसमें बहुत कम शब्दों में समाज में आज भी हो रहे ज़ुल्म के बारे में बहुत कुछ, प्र... एक मार्मिक लघु-कथा, जिसमें बहुत कम शब्दों में समाज में आज भी हो रहे ज़ुल्म के बा...