अपनों का प्यार …
अपनों का प्यार …
सुधीर जी सुबह सुबह बड़ी बैचेनी से इधर-उधर टहल रहे थे।
"सुनयना बेटा जल्दी करो, तुम्हारे ऑफ़िस जाने में लेट हो जाएगी" सुधीर जी ने आवाज़ लगाई|
"पापा आप क्यों इतनी चिंता करते हो? देखो हो गयी रेडी!!"
"पता नहीं बेटा आज दिल बहुत घबरा रहा है"
"पापा आप भी न!" बोलते हुए सुनयना अपनी बाइक लेकर निकल जाती है|
थोड़ी ही देर बाद एक बहुत बड़ा हादसा, सुनयना का ऐक्सिडेंट हो जाता है। वो बुरी तरह ज़ख़्मी!!!!!
अस्पताल में बेड पर सुनयना लेटी हुई है और पिताजी आते है बेटी की हालात देख फुट-फुट कर रोने लगते है ..."बेटा काश!मैं आज तुम्हें रोक लेता तो क्या पता ये हादसा नहीं होता" ....इतने मैं डॉक्टर साहब आते है और सुधीर जी को बताते हैं कि इस हादसे में आपकी बेटी के दोनो पैर चले गए ..!!!!!! सब एकदम हताश!!!!!!!
सुनयना बहुत ज़्यादा सुंदर ,होशियार और मेहनती लड़की थी !!! यूनिवर्सिटी में कोई लड़का एसा नहीं जो उससे दोस्ती नहीं करना चाहता हो !!!!!!!!
ऐसे मैं सुनयना को एक शारीरिक चोट तो लगी थी साथ ही साथ मानसिक चोट भी ......पर पापा माँ का इतना प्यार मिला की वो इस मानसिक चोट से बाहर आ गयीं......
पता है दोस्तों इंसान टूटता है ना तो सिर्फ़ अपने ही उसे मज़बूती दे सकते हैं ..इंसान क़भी भी खुद अपने को अपनी नज़र से नहीं देखता वो तो अपनो की नज़र से खुद को देखता है ....सुनयना के परिवार मैं सब उसकी ताक़त बन गए थे ...शरीर की विकलांगता एक बात है लेकिन उसकी मन की विकलांगता तो एकदम से ग़ायब ....बहुत ही खुश खुश वो अपने परिवार मैं समय बिता रही थी !!!!
आज सुनयना का जन्मदिन था वो पूरी पच्चीस साल की हो गयी!!! उसके सब दोस्तों के साथ परिवार ने बहुत अच्छे से जन्मदिन मनाया !!!!आज एक बहुत ही ख़ास और यूँ कहे तो बहुत गर्वित करने वाला क़िस्सा हुआ !!!!!!
सुनयना की कॉलेज का दोस्त विकास .....जो कि तीन साल बाद मिलता है सुनयना से और अपने मन की बात बोलता है की "सुनयना मैं पिछले पाँच साल से तुम्हें बहुत पसंद करता हूँ लेकिन प्यार का इजहार करने की हिम्मत नहीं कर पाया हूँ आज भी बहुत घबरा रहा हूँ प्लीज़ यदि बुरा लगे तो मुझे माफ़ करना लेकिन अपनी दोस्ती मत तोड़ना !"
विकास बहुत हिम्मत बटोरकर सुनयना को बोलता है "क्या तुम मुझसे शादी करना चाहोगी ???????मैं पसंद करता था, करता हूँ ,और वादा करता हूँ की करता रहूँगा"
सुनयना की आँखो में टप टप आँसु बह रहे थे !!!!!!!थोड़ा समय बाद विकास और सुनयना शादी के बंधन में बंध गये और बहुत खूबसूरत जीवन जी रहे हैं ...
सच में अगर हमारे आस पास इतने प्यारे और सच्चे रिश्ते हो तो हम हर मुसीबत का सामना कर सकते है !!!!
हमारा मनोबल ही हमारी ताक़त है और ये ताक़त अपनो के प्यार और परवाह ,विश्वास से मिलती है ..!!!!!!!!!!
