पशुओं को पालकर, जिंदगी भर उनकी प्रजाति के लोगों से उन्हें अलग कर देने में हमें शर्म क्यों नहीं आती ? पशुओं को पालकर, जिंदगी भर उनकी प्रजाति के लोगों से उन्हें अलग कर देने में हमें श...
और फिर अपने रस्ते चलने लगा थोङी देर बाद मैंने पाया कि वो भी मेरे पीछे पीछे आ रहा है नन्हें नन्हें कद... और फिर अपने रस्ते चलने लगा थोङी देर बाद मैंने पाया कि वो भी मेरे पीछे पीछे आ रहा...
हार को भुलाया जा सकता है लेकिन आत्मग्लानि को कभी नहीं भुलाया जा सकता है...! हार को भुलाया जा सकता है लेकिन आत्मग्लानि को कभी नहीं भुलाया जा सकता है...!