बंटवारे में बिखरी न जाने कितनी ज़िंदगियाँ, शाहिद और रचना भी उन्हीं में से एक हैं। आइए पढ़ते हैं उनकी य... बंटवारे में बिखरी न जाने कितनी ज़िंदगियाँ, शाहिद और रचना भी उन्हीं में से एक हैं।...
एक अधेड़ उम्र, सफेद बाल, कमर से झुकी, बार-बार खांसती, अपने चौदह-पन्द्रह साल के पुत्र के साथ अमृतसर र... एक अधेड़ उम्र, सफेद बाल, कमर से झुकी, बार-बार खांसती, अपने चौदह-पन्द्रह साल के प...
सब तो अपने थे, अर्जुन को कुछ समझ न आ रहा था कि क्या करे, क्या न करें। सब तो अपने थे, अर्जुन को कुछ समझ न आ रहा था कि क्या करे, क्या न करें।