जो नाम उनके बेटों को काबिल बना कर विदेश मे रहन के योग्य बनाया आज वह नाम पहचान खो रहा थ
मै जब बीमार था तब रो रहा थापर मुझसे भी अधिक आंसू कोई और बहाए जा रहा था ,वो थे पापा
मेरी पहचान हो आप मेरा अभिमान हो आपकहने को तो मेरे पिता होलेकिन मेरे लिए मेरे भगवान हो आप
फिर इस मंच के रूप में मिली नयी राह
वह टेलीफोन एक्सचेंज के लिए चला जाता है और टेलीफोन निर्देशिका में सभी नं की जाँच करता है
यदि हर मालिक अपने अधीनस्थ का सांता बन जाए तो ना जाने कितनों का जीवन संवर जाए।