कोई कृत्रिम छवि नही है,मेरे गांवों की सच्ची और साफ छवि है,मेरे गांवों की कोई कृत्रिम छवि नही है,मेरे गांवों की सच्ची और साफ छवि है,मेरे गांवों की
ग़ांव तुझसे सांसो का अटूट नाता है, तू साखी का एक भाग्य-विधाता है! ग़ांव तुझसे सांसो का अटूट नाता है, तू साखी का एक भाग्य-विधाता है!