उम्मीद, हिम्मत, चाहत, तलाश, संयम, किस्मत, हौसला,..... शायद जिदंगी इसी को कहते हैं। उम्मीद, हिम्मत, चाहत, तलाश, संयम, किस्मत, हौसला,..... शायद जिदंगी इसी को कहते...
सोच समझकर चाल, भूलकर बातें बीती। सोच समझकर चाल, भूलकर बातें बीती।
फिर से चलना शुरु कर, 'तेरी मंजिल की ओर। फिर से चलना शुरु कर, 'तेरी मंजिल की ओर।