क्रूर काल के हाथों ने जब, छीना माँ का साया। एक नन्हा शिशु समझ न पाया, निर्दयी काल की । क्रूर काल के हाथों ने जब, छीना माँ का साया। एक नन्हा शिशु समझ न पाया, न...