निःशब्द हूँ स्तब्ध हूँ सोज़ ए वतन के हाल पर, यूँ सहा जाता नहीं अब मौन हर एक बात पर,! निःशब्द हूँ स्तब्ध हूँ सोज़ ए वतन के हाल पर, यूँ सहा जाता नहीं अब मौन हर एक ब...