क्यूँकि खामोश रहकर भी दिल की दास्तान बयान कर देती है ये आंखें। क्यूँकि खामोश रहकर भी दिल की दास्तान बयान कर देती है ये आंखें।
गर खफ़ा न हो मुझसे तो वो बात कहूँ दरमियां हैं तेरे मेरे वो राज़ कहूँ । गर खफ़ा न हो मुझसे तो वो बात कहूँ दरमियां हैं तेरे मेरे वो राज़ कहूँ ।
हम तो थे ही शरीफ हमेशा शराफत ही दिखाते। देख मर गए तेरी महफ़िल में इसको दिखाकर हम तो थे ही शरीफ हमेशा शराफत ही दिखाते। देख मर गए तेरी महफ़िल में इसको दिखाकर