छोड़ गयीं कुछ सुलगते प्रश्न अतीत की कोठरियों में। छोड़ गयीं कुछ सुलगते प्रश्न अतीत की कोठरियों में।
इस चादर में तेरे स्पर्श को तलाशते, तेरी छुअन की मिलावट याद करते है हम इस चादर में तेरे स्पर्श को तलाशते, तेरी छुअन की मिलावट याद करते है हम