जान माल के नुकसान की कोई बात नहीं हुई थी टूटे हुए ब्रिज के काम को पाने की कोशिश हुई थी जान माल के नुकसान की कोई बात नहीं हुई थी टूटे हुए ब्रिज के काम को पाने की कोश...
उनकी मेहरबानियों की बदौलत बेचारा शोभापति है आजतक कुंवारा। उनकी मेहरबानियों की बदौलत बेचारा शोभापति है आजतक कुंवारा।
साहित्य एक मौन सेवा समिति है जिसका मैं सदस्य हूं रोता हूं! साहित्य एक मौन सेवा समिति है जिसका मैं सदस्य हूं रोता हूं!