आदर्शों के रक्षक राम। लखन-सीय संग कोटि प्रणाम।। आदर्शों के रक्षक राम। लखन-सीय संग कोटि प्रणाम।।
बहुत सी बातें हम भी कहना चाहते हैं ! बहुत सी बातें हम भी कहना चाहते हैं !