दुआ मे भले ही न सही पर बद्दुआओं में तो याद किया ही होगा वेश्या, तवायफ़ और ना जाने क्या-क्या कहके हम... दुआ मे भले ही न सही पर बद्दुआओं में तो याद किया ही होगा वेश्या, तवायफ़ और ना जा...
आँसू सूख गये शोभा के आज खुद से ही आत्मसात हो कर । उठ खड़ी हुई कि शाम होने को आ गयी थी को आँसू सूख गये शोभा के आज खुद से ही आत्मसात हो कर । उठ खड़ी हुई कि शाम होने को आ गय...
वैश्या पर लगते आक्षेपो की कविता। वैश्या पर लगते आक्षेपो की कविता।