देखो, सखी मेरो मचलो है राघव। मांगत चन्द्र खिलौना रे लाल। देखो, सखी मेरो मचलो है राघव। मांगत चन्द्र खिलौना रे लाल।
घर-घर बंधे वंदनबारे। मां गौरा के ललना पधारें।। घर-घर बंधे वंदनबारे। मां गौरा के ललना पधारें।।