कैसा अजीब सा विधान बनाया है तूने सब व्रत उपवास करती है तो सिर्फ़ औरत फिर भी उसको जिंदा कैसा अजीब सा विधान बनाया है तूने सब व्रत उपवास करती है तो सिर्फ़ औरत फिर भी...
अपने जीवन की सारथी मैं स्वयं अपनी सीमाएं तय करूंगी। अपने जीवन की सारथी मैं स्वयं अपनी सीमाएं तय करूंगी।