लाखों मोमबत्तियां याद में जली उसके, लाखों मोमबत्तियां याद में जली उसके,
अपनें माँ-बहन और बेटियों की अस्मिता की अर्थियां कब तक उठाते रहेंगें ? अपनें माँ-बहन और बेटियों की अस्मिता की अर्थियां कब तक उठाते रहेंगें ?