नयनों से नयन मिलें प्रणय निवेदन बन छाये तुम मुस्कानों से सूरत नहीं सीरत में गुलाब बन नयनों से नयन मिलें प्रणय निवेदन बन छाये तुम मुस्कानों से सूरत नहीं सीरत में ...
ज़रा पूछें उसका मिज़ाज चलें, आओ प्रकृति के पास चलें। ज़रा पूछें उसका मिज़ाज चलें, आओ प्रकृति के पास चलें।