आओ सुनाऊं ........ तुम्हें कहानी ऐसे महा विनाश की। आओ सुनाऊं ........ तुम्हें कहानी ऐसे महा विनाश की।
भूलता गया नासमझ निष्ठुर जन मन जीवंत रखता जल, धरा का कण कण माना विज्ञान ने है बहुत ज्ञान दिया क्या... भूलता गया नासमझ निष्ठुर जन मन जीवंत रखता जल, धरा का कण कण माना विज्ञान ने है ब...