कभी बदनीयत से हमारे अरमानों को रौंद देते हैं, अपनी वासना में हमारे जिस्मों को नोच कभी बदनीयत से हमारे अरमानों को रौंद देते हैं, अपनी वासना में हमारे जिस्मों ...