जिसकी ललकार से शत्रु का आसन डोल रहा वह भाषा है हिन्दी जिसकी ललकार से शत्रु का आसन डोल रहा वह भाषा है हिन्दी
बिहारी, केशव, मीरा ने भी हिंदी को अपनाया है बिहारी, केशव, मीरा ने भी हिंदी को अपनाया है