बुझे दीप आरती की थाली हर्गिज नहीं सजाते । बुझी हुई शम्मा पर कब परवाने जान लुटाते ।। बुझे दीप आरती की थाली हर्गिज नहीं सजाते । बुझी हुई शम्मा पर कब परवाने जान लुट...
आख़िर क्यों बनते हो बचपन के हत्यारे आख़िर क्यों बनते हो बचपन के हत्यारे
चाहें है तुझको हर घड़ी ये नैना बावरे नैना बावरे चाहें है तुझको हर घड़ी ये नैना बावरे नैना बावरे