जज़्बात उकेरूँगी लिखकर। बस इतनी इल्तिजा है तुमसे, फाड़ न देना तुम पढ़कर। जज़्बात उकेरूँगी लिखकर। बस इतनी इल्तिजा है तुमसे, फाड़ न देना तुम प...
बहाये आँसू बहुत भी, उसको रोते जब देखा। रहे तड़पते हम खुद, दर्द हम बता नहीं सके बहाये आँसू बहुत भी, उसको रोते जब देखा। रहे तड़पते हम खुद, दर्द हम बता नहीं सके