बयां नहीं कर सकती, इसमें वैसे तो बहुत जोश है औरत और कलम आज ना जाने क्यों खामोश है...! बयां नहीं कर सकती, इसमें वैसे तो बहुत जोश है औरत और कलम आज ना जाने क्यों खामोश ह...