मेरे राज़ पोशीदा रखना मेरे राज़ पोशीदा रखना
है तू मेरी जैसी ही हल्की अलग सी ऐ ज़िन्दगी साथ तेरे कभी जीत कभी हार सही। है तू मेरी जैसी ही हल्की अलग सी ऐ ज़िन्दगी साथ तेरे कभी जीत कभी हार सही।
पोशीदा से लिखे हुए उनके खत के हर वो हर्फ एक ग़ज़ल बन जाएं। पोशीदा से लिखे हुए उनके खत के हर वो हर्फ एक ग़ज़ल बन जाएं।