कभी खामोशी तो कभी बड़बोलापन, अक्सर हरबार हीं तो प्रश्न खड़े करता है मौन हूँ सुन रहा हूँ ठ... कभी खामोशी तो कभी बड़बोलापन, अक्सर हरबार हीं तो प्रश्न खड़े करता है मौन हू...
कर यकीं कल मिल जाये जनाज़े को कांधा तो आज दिलों को तोड़ देना छौड़ पहले! कर यकीं कल मिल जाये जनाज़े को कांधा तो आज दिलों को तोड़ देना छौड़ पहले!