देख बेचैन मुझको रातों में चाँद आँगन से झाँक जाता है। देख बेचैन मुझको रातों में चाँद आँगन से झाँक जाता है।
अंधेरों में रोशनी करते हैं ये बन्दे जो शायरी करते हैं। अंधेरों में रोशनी करते हैं ये बन्दे जो शायरी करते हैं।