लेकिन उत्सवों में तुम आंखों का नूर बन उभरती हो लेकिन उत्सवों में तुम आंखों का नूर बन उभरती हो
जुल्फें कुछ बंधी हुई कुछ बिखरी पल्लू पर जुल्फें कुछ बंधी हुई कुछ बिखरी पल्लू पर