धर्म के लिए कर चले सर्वस्व बलिदान कहे जिन्हें सर्वंवंश दानी ये संसार धर्म के लिए कर चले सर्वस्व बलिदान कहे जिन्हें सर्वंवंश दानी ये संसार
पंत निराला से शुरू, देवी 'दिन' अज्ञेय। जयशंकर बच्चन बने, हिन्दी ह्रदय प्रमेय। पंत निराला से शुरू, देवी 'दिन' अज्ञेय। जयशंकर बच्चन बने, हिन्दी ह्रदय प्रमेय।
हर दिल पत्थर नहीं मोम भी है l अपने दोष पर पर्दा डाल कर सच पर भी गुर्राओगे ? हर दिल पत्थर नहीं मोम भी है l अपने दोष पर पर्दा डाल कर सच पर भी गुर्राओगे ?