भारत ! कोई मुझसे पूछा, आखिर क्या है यह ? भारत ! कोई मुझसे पूछा, आखिर क्या है यह ?
तन की भूगोल से परे भीतरी शृंगार का नुक्ता है नारी की हर क्रिया। तन की भूगोल से परे भीतरी शृंगार का नुक्ता है नारी की हर क्रिया।