मैं तड़पती रहूंगी मगर वो मेरी, रूह तार तार कर जाएगा लाखो इंसान भेड़िए हो जाएंगे, तब वो कलयुग कहलाएग... मैं तड़पती रहूंगी मगर वो मेरी, रूह तार तार कर जाएगा लाखो इंसान भेड़िए हो जाएंगे...