तारे आकाश में भरे पड़े हैं कुछ तो दिख जाते हैं ! कोई वर्षों तक नेपथ्य में छुपे रहते तारे आकाश में भरे पड़े हैं कुछ तो दिख जाते हैं ! कोई वर्षों तक नेपथ्य...
सब को समझते समझाते मैं नासमझ हो गयी सब को समझते समझाते मैं नासमझ हो गयी