कब से तेरे दीदार को हम तरसा करते थे अब जो आई हो मेरे घर तो घर भी घर सा लगता है कब से तेरे दीदार को हम तरसा करते थे अब जो आई हो मेरे घर तो घर भी घर सा लगता ...
न तड़पा और न तरसा तू, प्यार का प्यासा हुआ हूँ, न तड़पा और न तरसा तू, प्यार का प्यासा हुआ हूँ,