दो जून की रोटी का, समझा हमने है महत्व। सादगी भरा जीवन जीना, और सदा रहना है कृतज्ञ।। दो जून की रोटी का, समझा हमने है महत्व। सादगी भरा जीवन जीना, और सदा रहना...
तुम पानी से बचती भी रहतीं थी और थोड़ा थोड़ा भीगना भी चाहतीं थीसच कहूँ तो मिज़ाज-ए-जिंदगी भी कुछ वैसा... तुम पानी से बचती भी रहतीं थी और थोड़ा थोड़ा भीगना भी चाहतीं थीसच कहूँ तो मिज़ाज-...