उठ जाग प्यारे सोण वाले, लै फड़ प्याला चाह। पी के एसनूं फेर तूं, खुल के टट्टी जा। कसर फेर वी रह जाए... उठ जाग प्यारे सोण वाले, लै फड़ प्याला चाह। पी के एसनूं फेर तूं, खुल के टट्टी जा...
आज हमारे साथ है, कल औरो की बारी है। इस कलियुग में प्रेम की, कथा बड़ी निराली है।। आज हमारे साथ है, कल औरो की बारी है। इस कलियुग में प्रेम की, कथा बड़ी निराली...