सब कुछ सहना है मगर तुम्हें अपना नाम नहीं लेना है, आदमी तभी हो तुम जब तुम्हें कोई ईनाम नहीं लेना है, सब कुछ सहना है मगर तुम्हें अपना नाम नहीं लेना है, आदमी तभी हो तुम जब तुम्हें को...
दस्तकारों के हाथों की कारीगरी, महीन रेशों पर बनारस की ज़री। दस्तकारों के हाथों की कारीगरी, महीन रेशों पर बनारस की ज़री।