रात का तीसरा पहर और आसमान के सीने पर झिलमिलाते ये सितारे हैं। रात का तीसरा पहर और आसमान के सीने पर झिलमिलाते ये सितारे हैं।
जज्बात दिलों के अनकहे, अनसुने से शब्दों की छुवन ना दे इसे कहीं रो ना दे तेरे छुने जज्बात दिलों के अनकहे, अनसुने से शब्दों की छुवन ना दे इसे कहीं रो ना दे तेरे ...
हवा है तू जब सर सरा के पास से मेरे गुजर जाती है. हवा है तू जब सर सरा के पास से मेरे गुजर जाती है.