फाल्गुन चंद्र दूधिया चमचम सूरज चैत का नव सुर सरगम फाल्गुन चंद्र दूधिया चमचम सूरज चैत का नव सुर सरगम
नव प्रभा भोर हो नव तरंग शोर हो नव सुधा नीर की नव प्रयास धीर की। नव प्रभा भोर हो नव तरंग शोर हो नव सुधा नीर की नव प्रयास धीर की।