हम ये सोच के बैठे थे कि धूल है, राख है ये, बस जरा सा कुरेदा तो हाथ जल गए हम ये सोच के बैठे थे कि धूल है, राख है ये, बस जरा सा कुरेदा तो हाथ जल गए