जिस पथ पर तू चले मैं बन के फूल बिखर जाऊँ...लगता है ना ऐसा ही अपने प्रियतम, प्रेमी, मनमित पर जान छिडक... जिस पथ पर तू चले मैं बन के फूल बिखर जाऊँ...लगता है ना ऐसा ही अपने प्रियतम, प्रेम...