गम हो या ख़ुशी, हँस कर गले लगाने चाहती हूँ, किसी भी हाल में बस रुकना नहीं चाहती हूँ। गम हो या ख़ुशी, हँस कर गले लगाने चाहती हूँ, किसी भी हाल में बस रुकना नहीं चाहत...