जग के बंधन तोड़ के आज, मन से मन को मिल जाने दो जग के बंधन तोड़ के आज, मन से मन को मिल जाने दो
माथे की बिंदिया ही नही, पायल की झंकार तुम्हीं से है माथे की बिंदिया ही नही, पायल की झंकार तुम्हीं से है