इक कैंडल मार्च निकलता है, ट्विटर पर पोष्ट चिपकता हैं; दिन चार शोर मचाते हैं, धरने प इक कैंडल मार्च निकलता है, ट्विटर पर पोष्ट चिपकता हैं; दिन चार शोर मचाते है...
खामोशी भरी आँखें है, ख़ामोशी भरें उठे है कदम… तनहा शायर हूँ खामोशी भरी आँखें है, ख़ामोशी भरें उठे है कदम… तनहा शायर हूँ