'ये जो साक़ी ने फिर एक जाम भर डाला है, शायद अब मुझे हराने के इंतेज़ाम हो रहे है।' जीवन के उतर-चढाव को ... 'ये जो साक़ी ने फिर एक जाम भर डाला है, शायद अब मुझे हराने के इंतेज़ाम हो रहे है।' ...