ऐसी ही कुछ उड़ानों को, ये इंसान बांधता है लोहे की दीवार रखता है। ऐसी ही कुछ उड़ानों को, ये इंसान बांधता है लोहे की दीवार रखता है।
जहां में उसके करीब रहकर भले ही वो जिंदगी एक पल की ही क्यों ना हो मुकम्मल करा दो। जहां में उसके करीब रहकर भले ही वो जिंदगी एक पल की ही क्यों ना हो मुकम्मल करा...
सही लगता है लिखना यही है सत्य का आधार। सही लगता है लिखना यही है सत्य का आधार।