रास्ता तो है चित्रकार और वक्ता से मिलने का लेकिन चलने से बेहतर सोचना समझते है लोग और समझने से बे... रास्ता तो है चित्रकार और वक्ता से मिलने का लेकिन चलने से बेहतर सोचना समझते है...